A Review Of बबूल के फायदे और नुकसान



बबूल की फली का चूर्ण बनाकर एक-एक चम्मच सुबह शाम सेवन करने से टूटी हुई हड्डी जल्दी जुड़ सकती है। अर्थराइटिस की समस्या में भी इससे काफी लाभ मिल सकता है।

बबूल की गोंद खाने के जहां  फायदे हैं वहीं इसकी ज्यादा मात्रा खाने के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। जैसे कि  

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प्रकृति ने इस सृष्टि को वनस्पतियों का भण्डार दिया हुआ है। उसी भंडार में से एक है बबूल का पेड़। वैसे तो पूरे भारतवर्ष में बबूल का पेड़ पाया जाता है, लेकिन खासतौर पर मरू भूमि में ये काफी सहजता से पनपने वाला कांटेदार वृक्ष है।

पेट के दर्द से आराम पाने के लिए बबूल के फल को भून लें। इसका चूर्ण बनाकर, उबले हुए जल के साथ सेवन करें। इससे पेट दर्द से राहत मिलती है।

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गर्म पानी पीने से क्या नुकसान हो सकते हैं ? अगर आप ज़रूरत से ज्यादा गर्म पानी पीते हैं तो आपको ये नुकसान देखने को मिल सकते हैं:- नसों में सूजन, पेट मे जलन, आंतों की समस्या, किडनी पर असर आदि। इसलिए उचित मात्रा में गर्म किया पानी ही पिएं। खाना खाने के कितने समय बाद गर्म पानी पीना चाहिए ? खाना खाने के दौरान बीच में पानी कभी नहीं पीना चाहिए इस से पाचन क्रिया में असर पड़ता है और हमारी पाचन शक्ति प्रभावित होती है। खाना खाने के आधा घंटे बाद पानी पी सकते हैं। कौन सा पानी पीना click here सही रहता है गर्म या ठंडा ?

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आँख आने से तात्पर्य है कि आपने देखा होगा जब किसी की आंख आ जाती है यानि उसकी आँखे लाल हो जाती है उसकी आँखों में दर्द होना शुरू हो जाता या उसकी आंखों के सामने लालिमा छा जाती है तो उसे कंजक्‍टिवाइटिस का नाम दिया जाता है।

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काढ़ा में थोड़ी-सी फिटकरी मिलाकर योनि को धोने से भी ल्यूकोरिया में फायदा मिलता है।

बहुत कम मामलों में, बबूल की गोंद से एलर्जी हो सकती है। इस एलर्जी से आपको श्वसन और त्वचा की समस्या हो सकती है।  

आयुर्वेद के अनुसार कहा गया है कि बबूल के औषधि गुण किसी भी बीमारी को ठीक करने में सहायक है। अगर आप बीमारी में बबूल का सही ढंग से प्रयोग करते हैं तो निःसंदेह ही यह आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

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